दोस्तों एक जगह बैठकर काम करने से और अनियमित भोजन करने से हम मोटापे के शिकार हो जाते हैं ।कई वैज्ञानिक शोधों में इस बात की पुष्टि की जा चुकी है कि मोटापे से ग्रस्त शख्स को डायबिटीज, ह्रदय रोग, स्ट्रोक, आर्थराइटिस, उच्च रक्तचाप और
कैंसर जैसी बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता हैऐसे में यह जरूरी है कि हम अपने शरीर का पूरा ध्यान रखें आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे व्यायाम जिनको करने से आपके शरीर में चुस्ती बनी रहेगी और आपकी पेट की चर्बी भी कम हो जाएगी।
कैंसर जैसी बीमारियां होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता हैऐसे में यह जरूरी है कि हम अपने शरीर का पूरा ध्यान रखें आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे व्यायाम जिनको करने से आपके शरीर में चुस्ती बनी रहेगी और आपकी पेट की चर्बी भी कम हो जाएगी।
संस्कृत शब्द नाग का अर्थ है सर्प या भुजंग। अंग्रेजी में इसे कोबरा कहते हैं।इस आसन से पेट की चर्बी घटती है तथा रीढ़ की हड्डी सशक्त बनती है। दमे की, पुरानी खांसी अथवा फेफड़ों संबंधी अन्य कोई बीमारी हो, तो उनको यह आसन करना चाहिए। इससे बाजुओं में शक्ति मिलती है। मस्तिष्क से निकलने वाले ज्ञानतंतु बलवान बनते हैं। पीठ की हड्डियों में रहने वाली तमाम खराबिया दूर होती है। कब्ज दूर होता है।इससे बाजुओं में शक्ति मिलती है। पीठ में स्थित इड़ा और पिंगला नाडि़यों पर
अच्छा प्रभाव पड़ता है। विशेषकर, मस्तिष्क से निकलने वाले ज्ञानतंतु बलवान बनते है। पीठ की हड्डियों में रहने वाली तमाम खराबियां दूर होती है।
2. बोट पोज (नौका आसन)
नौकासन योग करते समय हमारे शरीर का आकार नौका यानि नाव के समान रहता है इसीलिए इस योग को नौकासन और अंग्रेजी में बोट पोज कहा जाता हैं। वजन को नियंत्रित करने तथा पेट की चर्बी कम करने और कमरदर्द को कम करने के लिए यह एक उपयोगी योगासन हैं।
जो लोग अपने बढ़े हुए पेट से परेशान है या जिनकी पाचन शक्ति कमजोर है उन्होंने नौकासन योग का अभ्यास जरूर करना चाहिए। यह योगासन दिखने में तो आसान है पर शुरुआत में इस आसन को करने में आपको मुश्किल पड़ सकती हैं। रोजाना अभ्यास के साथ आप नौकासन योग में महारत हासिल कर इसके लाभ ले सकते हैं।
कोई भी योग करते समय उसे सही तरीके से करना जरुरी होता है अन्यथा उस योग से लाभ होने की जगह आपको उससे हानि भी हो सकती हैं।
1.पश्चिमोतानासन
पश्चिम अर्थात पीछे का भाग- पीठ। पीठ में खिंचाव उत्पन्न होता है, इसीलिए इसे पश्चिमोत्तनासन कहते हैं।पश्चिमोतानासन बैठ कर किया जाने वाला आसन है | पेट होने पर यह पूर्ण रूप से नहीं हो पाता किन्तु जितना हो सके करने का प्रयत्न करना चाहिए | इस आसन के परिणाम शीघ्र ही सामने आने लगते है और आपके पेट की अतिरिक्त चर्बी गायब होने लगती है |इसके अभ्यास से शरीर की चर्बी कम होकर मोटापा दूर होता है तथा मधुमेह का रोग भी ठीक होता है। यह आसन स्त्रियों के लिए भी लाभकारी है। इस योगासन से स्त्रियों के योनिदोश, मासिक धर्म सम्बन्धी विकार तथा प्रदर आदि रोग दूर होते हैं। यह आसन गर्भाशय से सम्बन्धी शरीर के स्नायुजाल को ठीक करता है।
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